मिशन शक्ति 3.0
नारी सुरक्षा, नारी सम्मान और नारी स्वावलंबन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सन 2020 में यूपी मिशन शक्ति अभियान का शुभारंभ किया था। अभियान के पहले चरण में महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के सम्बन्ध में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। वहीं दूसरे चरण में अभियान को ऑपरेशन के रूप में संचालित किया किया। मिशन शक्ति के तहत अब तक 1, 21,509 महिलाओं को मदद मिली है। “मिशन शक्ति अभियान के दौरान आपातकालीन सेवा 112 यूपी” एक मिशन की तरह महिलाओं में शक्ति का अहसास बढ़ा रहा है। खासतौर से विमिन पॉवर लाइन “1090 व 181 सेवा के 112 यूपी से एकीकरण” के बाद महिलाओं को एक ही छत के नीचे सुरक्षा, सम्मान और स्वांवलंबन से जुड़ी सेवाएं एक साथ मिल रही हैं। अब महिलाओं को घरेलू हिंसा से बचाना हो या उन्हें परेशान करने वाले शोहदों को सबक सिखाना हो या मुआवजा या सरकारी योजनाओं की जानकारी देना सब एक ही नंबर 112 पर उपलब्ध है।
इस योजना के पहले चरण को लांच करते समय इस योजना को दो भागों में विभाजित किया गया था। जोकि मिशन शक्ति एवं ऑपरेशन शक्ति था।
- मिशन शक्ति अभियान का फोकस महिलाओं को उनके अधिकारों को लेकर जागरूक करने पर था
- ऑपरेशन शक्ति का फोकस उन लोगों को सजा दिलाने पर था जिन्होंने महिलाओं के साथ कोई दुर्व्यवहार या अपराध किया है।
21 अगस्त 2020 को रक्षाबंधन के दिन से योगी सरकार ने यूपी में मिशन शक्ति का तीसरा चरण शुरू किया। मिशन शक्ति 3.0 के तहत मुख्यमंत्री योगी जी ने निराश्रित महिला पेंशन योजना की शुरूआत की। इस योजना के तहत 29.68 लाख महिलाओं के खातों में 451 करोड़ रुपये व 1.55 लाख बेटियों के खातों में ट्रांसफर किए गए। इसके अलावा महिलाओं के लिए 30.12 करोड़ रुपये की राशि भी जारी की गई। इसके अलावा 59 ग्राम पंचायत भवनों में मिशन शक्ति कक्ष की शुरुआत की गई। साथ ही 84.79 करोड रुपए की लागत से 1286 थानों में पिंक टॉयलेट का निर्माण भी किया जाएगा। महिलाओं में रोजगार को बढ़ने के लिए महिला बटालियन के लिए 2982 पदों पर विशेष भर्ती भी की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर चलाए जा रहे ‘मिशन शक्ति’ अभियान के तहत प्रदेश पुलिस की आपात सेवा 112 ने 17 अक्तूबर 2020 से 28 फरवरी 2021 तक 1,21,509 महिलाओं को सहायता पहुंचाई। वर्ष भर में 112 ने घरेलू हिंसा से पीड़ित 3,27,833 महिलाओं तक मदद पहुंचाई गई। महिलाओं में सुरक्षा का भाव पैदा करने के लिए पूरे प्रदेश 300 महिला पीआरवी तैनात की गई है। घरेलू हिंसा के मामलों में महिलाओं को 112 की तरफ से ‘प्रबल प्रतिक्रिया’ दी जाती है। प्रदेश के किसी भी कोने से अगर कोई महिला पुलिस की मदद लेने के लिए 1090 पर कॉल करती है तो उसकी कॉल 112 पर स्थानांतरित कर दी जाती है। इसी तरह स्वरोजगार के लिए किसी तरह की मदद चाहने वाली महिलाओं की कॉल को 112 से 181 स्थानांतरित की जाती है।
मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत एक टीम का भी गठन किया गया है जो कि प्रत्येक ग्राम सभा के अलग-अलग ब्लॉक में जाकर महिलाओं को जागरुक करने का कार्य संपन्न कर रही है। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा स्वावलंबन कैंप भी संचालित किए जा रहे हैं। इन कैंपों के माध्यम से प्रदेश की महिलाओं को विभिन्न प्रकार की योजनाओं के अंतर्गत पंजीकृत किया जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार की योजनाओं से संबंधित जानकारी प्रदान की जा रही है। इन योजनाओं में डेस्टिट्यूट वूमेन पेंशन स्कीम, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आदि जैसी योजनाएं शामिल है।
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