संचारी रोग नियंत्रण
उत्तर प्रदेश में शनिवार 02-अप्रैल से संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू किया जा रहा है। जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई), एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस), डायरिया व मलेरिया आदि रोगों से बचाव के लिए यह विशेष अभियान 30-अप्रैल तक चलेगा। संचारी रोगी नियंत्रण अभियान की शुरुआत सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा सिद्धार्थनगर से होगी।
“कोई भी मरीज इलाज के बिना अस्पताल से वापस न जाए – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल 2017 से प्रदेश में चिकित्सीय सुविधाओं में तेजी से इजाफा किया है तो वहीं कोरोना संक्रमण से प्रदेशावासियों को बचाने के लिए टीके का कवच दिया। सरकार ने कोरोना संक्रमण के साथ ही दूसरी बीमारियों को मात देने की तैयारी कर ली है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान में बीमारियों से बचाव के लिए लोगों को उपाय बताए जाएंगे। गंदा पानी पीने व गंदगी के कारण होने वाले रोगों से बचाव के लिए स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नगर विकास, राजस्व व शिक्षा विभाग मिलकर इस अभियान को चलाएंगे।
“आशा कार्यकत्रियां घर-घर जाकर करेंगी हेल्थ सर्वे”
मलेरिया, डेंगू, वायरल बुखार जैसी बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण और दिव्यांग, कुपोषित बच्चो की खोज के लिए इस अभियान को शुरू किया जाएगा। अभियान के तहत आशा कार्यकत्रियां घर-घर जाकर हेल्थ सर्वे करेंगी। खांसी-जुकाम जैसे लक्षण वाले मरीजों के साथ ही मलेरिया, डेंगू जैसी संक्रामक बीमारियों के मरीजों की तलाश करेंगी। अगर सर्वे के दौरान ऐसे मरीज मिलते हैं तो उनकी जांच कराई जाएगी। इसके अलावा अभियान मे कुपोषित बच्चों की जानकारी जुटाने का निर्देश दिया गया है। दस्तक अभियान के तहत टीबी के लक्षण वाले मरीजों को खोजकर उनकी जांच कराई जाएगी।
15-अप्रैल से घर-घर दस्तक अभियान शुरू होगा और इसमें मेडिकल टीमें घर-घर जाकर संक्रामक रोगों से ग्रस्त मरीजों की पहचान करेंगी। इस टीम में आशा वर्कर के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मी शामिल रहेंगे। टीम की मदद से रोगियों को चिन्हित कर उन्हें दवा दी जाएगी और जरूरी होने पर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।