ग्लोबल वार्मिंग से निपटने – एक कदम सौर ऊर्जा की ओर

23 Mar 2018

सौर ऊर्जा का दोहन करने में देश का अग्रणी राज्य है मध्यप्रदेश

ग्‍लोबल वार्मिंग की प्रमुख वजह, तेजी से उद्योगीकरण, शहरों का विकास, जंगलों का तेजी से कम होना है। इसके अलावा पेट्रोलियम पदार्थों के धुंए से होने वाला प्रदूषण भी इसके लिए जिम्मेदार है। आज दुनिया प्राकृतिक असमानता से जूझ रही है। इसका प्रभाव बारिश, गर्मी और सर्दी के असामान्य व्यवहार में नजर आता है । ग्लोबल वार्मिंग में कमी लाने के लिए हमें मुख्य रूप से क्‍लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) गैसों के उत्‍सर्जन को रोकना होगा।

मशीनरी ओर वाहनों से निकलने वाले धुंए के प्रभाव को कम करने के लिए कार्बन उत्सर्जन मानकों (इमीशन नॉर्म्‍स) का सख्‍ती से पालन करना होगा। औद्योगिक अपशिष्टों के पुनर्चक्रण के लिए मानदंड स्थापित करना होंगे। इसके साथ ही जल, जंगल और जमीं के संरक्षण और संवर्धन पर बल देना होगा। सौर ऊर्जा एक उत्तम विकल्प है, जिससे वातावरण को गर्म करने वाली गैसों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

इंटरनेशनल सोलर अलायंस के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि सौर ऊर्जा का दोहन करने में मध्यप्रदेश अग्रणी राज्य है। मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं, यहां सूर्य प्रकाश 360 दिन उपलब्ध रहता है। सौर ऊर्जा के दोहन के लिए उत्कृष्ट परियोजनाएं स्थापित करने में भी मध्यप्रदेश देश का अग्रणी राज्य बन गया है। रीवा में विश्व की सबसे बड़ी 750 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित की गई है। इसी प्रकार, नीमच में 135 मेगावाट की परियोजना स्थापित की गई है, जो कि एशिया में सबसे बड़ी परियोजना है। मंदसौर में भी 250 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने की तैयारी है।

2nd Global RE-Invest INDIA-ISA Partnership Renewable Energy Investors Meet की अधिक जानकारी के लिये यहां क्लिक करें

सौर ऊर्जा के उपयोग को किसानों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा पंप योजना बनाई गई है। इसमें किसानों को अनुदान पर सौर ऊर्जा चलित पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश ने सबसे कम लागत की सौर ऊर्जा उत्पादन दर हासिल करने में सफलता प्राप्त की है। जब विश्व में सौर ऊर्जा उत्पादन दर 4 रुपये से ज्यादा थी, तब मध्यप्रदेश ने 2 रुपये 97 पैसे की सबसे सस्ती दर पर सौर ऊर्जा उत्पादन करने में सफलता प्राप्त की है। मध्यप्रदेश में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए टास्क फोर्स बनाई गई है। खाना बनाने के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री सोलर पम्प योजना की अधिक जानकारी के लिये यहां क्लिक करें

Total Comments - 0

Leave a Reply