नव भारत उद्यमिता यंत्र ऊर्जा संचयन
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय द्वारा युवाओं को उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करके भारत के आर्थिक विकास को उत्प्रेरित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय उद्यमिता पुरस्कार (एनईए) आरंभ किए गए थे। वास्तविकता यह थी कि रोजगार इच्छुक की तुलना में अधिक रोजगार सृजक तैयार करना । यह इस दृष्टिकोण पर आधारित था कि भारत के युवाओं में पर्वत हिलाने और अपने हाथों से भाग्य लिखने की क्षमता है, बशर्ते उन्हें सही अवसर प्रदान किए जाएँ । इससे उन्हें अपने व्यवसाय को चलाने और दूसरों के साथ उसे विकसित करने संबंधी सकारात्मक ऊर्जा को रूपांतरित करने की अनूभूति होगी । इस स्वपन को साकार करने के लिए 2016 में 40 वर्ष से कम आयु के युवाओं, जिन्हें स्वयं यह सुनिश्चित करने का विश्वास था कि भारत तेजी से आर्थिक विकास की दिशा में आगे बढ़े, में प्रतिस्पर्धा की भावना उत्पन्न करने के लिए राष्ट्रीय उद्यमिता पुरस्कारों की घोषणा की गई थी ।
ये पुरस्कार 3 श्रेणियों A1, A2, A3 में हैं, जो निवेश के पैमाने पर निर्भर है और पूर्ण आवेदन पत्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ पिछले चIर वर्षों में राष्ट्रीय उद्यमिता पुरस्कारों की लोकप्रियता में धीरे-धीरे वृद्धि हुई है। यह एमएसडीई और राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय सहयोगी संस्थानों द्वारा लक्षित बैठकों, कार्यशालाओं, एमएसएमई सम्मेलनों जैसे स्वनिर्धारित समारोहों, सेमिनार, विभिन्न व्यवसायिक विद्यालयों में पूर्व छात्रों की सभाओं के आधार पर निरंतर सलाह और कार्य की ठोस योजना के आधार पर संभव हुआ। ये सभी सामूहिक रूप से किया गया और पाया कि राष्ट्रीय उद्यमिता पुरस्कार देश के युवा उद्यमियों के बीच चर्चा का विषय हैं ।
73% पूर्ण आवेदनों में वृद्धि
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने भी 12 सहयोगी संस्थानों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा की ताकि एनईए 2019 में उनके द्वारा संचालित गतिविधियों को विशेष आवेदनों के आधार पर तार्किक रूप से निपटाया जा सके। परिणामस्वरूप, 2019 में पूर्णरूप से भरे हुए आवेदन 2379 से बढ़कर 4134 हो गए। यह व्यक्तिगत रूप से उद्यमियों की भागीदारी में 73% वृद्धि और साझेदारों एवं सहयोगिओं के लिए एक नई शुरुआत को दर्शाता है। यह उपलब्धि जमीनी स्तर की गतिविधियों और पुरस्कारों को बढ़ावा देने के लिए किए गए सोशल मीडिया में तालमेल के फलस्वरूप महत्वपूर्ण है।
पिछले पुरस्कार विजेताओं की कहानी ने एनईए पुरस्कारों की प्रासंगिकता में वृद्धि करने में मदद की है। आगामी वर्ष में कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय को अधिक उत्साह के साथ काम करते देखा जाएगा, क्योंकि समर्पित प्रतिभागियों की संख्या का उतार-चढ़ाव बड़ी संख्या में पूर्ण आवेदनों में परिलक्षित होता है।