125 वें स्थापना दिवस समारोह के लिए लोगो और टैगलाईन के साथ प्रतीक चिह्न निर्माण के लिए राष्ट्रीय अभिलेखागार द्वारा आयोजित प्रतियोगिताओं के विजेता
125वें स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय अभिलेखागार, संस्कृति मंत्रालय ने दो प्रतियोगिताएं आयोजित की थी।
1) 125वें स्थापना दिवस समारोह के लिए लोगो का डिजाइन बनाना
2) टैगलाईन के साथ राष्ट्रीय अभिलेखागार का प्रतीक चिह्न बनाना
प्रतियोगिता की घोषणा My Gov पोर्टल तथा फेसबुक पेज और विभाग की वेबसाईट जैसे अन्य स्रोतों पर की गई थी। इसके अतिरिक्त, देश के प्रसिद्ध कला महाविद्यालयों, राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान तथा विभाग में अभिलेखीय प्रदर्शनियां तैयार करने के लिए पैनलकृत कंपनियों को भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने का अनुरोध किया गया था। दोनों प्रतियोगिताओं के लिए असाधारण प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं तथा लोगो के लिए 262 प्रविष्टियांजबकिटैगलाईन के साथ प्रतीक चिह्न के लिए 1310 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। योग्यता के आधार पर, निम्निलिखित प्रतिभागियों की तीन प्रविष्टियों का चयन किया गया था:
1. 125वें स्थापना दिवस समारोह के लोगो के विजेता: मैसर्स सोकु डिजाइन कारपोरेशन,
नर्इ दिल्ली
(प्रथम पुरस्कार)
2. द्वितीय पुरस्कार: श्री शिवम भटनागर ,
(माईगोव यूजर)
(द्वितीय पुरस्कार)
3. तृतीय पुरस्कार: श्री वेंकटश डब्ल्यू एन ,
(माईगोव यूजर)
(तृतीय पुरस्कार)
चूंकि प्रतियोगिता में केवल एक पुरस्कार है, इसलिए हमें 125वें स्थापना दिवस समारोह के लोगो का डिजाइन बनाने की प्रतियोगिता के विजेता के रूप में मैसर्स सोकु डिजाइन कारपोरेशन के नाम की घोषणा करते हुए हर्ष हो रहा है। हम शेष दो प्रतिभागियों का भी अभिनंदन करते हैं और उन्हें आश्वस्त करना चाहते हैं कि उन्हें कलात्मक कार्य के लिए विभाग से प्रशंसा पत्र भेजे जाएंगे।
टैगलाईन के साथ राष्ट्रीय अभिलेखगार के प्रतीक चिह्न के लिए प्रतिभागियों से जबर्दस्त प्रतिक्रियाएं प्राप्त होने के बावजूद, समिति इस प्रतियोगिता में प्राप्त हुई 1310 प्रविष्टियों में से किसी भी प्रविष्टि का चयन नहीं कर सकी। समिति ने निर्णय लिया कि इस प्रतियोगिता के लिए अधिक समय सीमा के साथ पुन: विज्ञापन दिया जाए क्योंकि राष्ट्र के प्रमुख ऐतिहासिक संगठनों में से एक राष्ट्रीय अभिलेखागार के लिए कलात्मक कार्य और टैगलाईन की कल्पना को साकार करने के लिए लोग अधिक समय लगा सके। नई प्रतियोगिता हेतु तिथियों की घोषणा शीघ्र ही की जाएगी।
राष्ट्रीय अभिलेखागार सभी प्रतिभागियों के प्रति ऐतिहासिक क्षण पर उनकी सक्रिय पहल और सरोकार के लिए आभार प्रकट करता है।