टैक्नोलॉजी से लेकर रीति-रिवाजों तक, मन की बात में PM Modi ने देश को सुनाई कर्नाटक की कहानियां

Team MyGov
April 30, 2024

रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने टैक्नोलॉजी से लेकर फार्मिंग तक और अलग-अलग क्षेत्रों में राज्य के विशिष्ट रीति-रिवाजों, भाषा और उद्यमशीलता की गुणवत्ता के बारे में भी बताया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 30 अप्रैल को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड को संबोधित करेंगे. मन की बात का पहला एपिसोड 9 साल पहले साल 2014 में तीन अक्टूबर को प्रसारित हुआ था. इस कार्यक्रम के माध्यम से पीएम मोदी अलग-अलग मुद्दों पर देश की जनता को संबोधित करते हैं और राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर संवाद करते हैं. इस दौरान पीएम मोदी लोगों के संघर्ष की कहानियां सुनाकर जनता को प्रेरित करते हैं.

मन की बात के तमाम एपिसोड्स में पीएम मोदी को कर्नाटक के लोगों की जीवंत संस्कृति, नई मानसिकता और उनके सराहनीय कामों को प्रदर्शित करने का अवसर मिला. कार्यक्रम में पीएम मोदी ने टैक्नोलॉजी से लेकर फार्मिंग तक और अलग-अलग क्षेत्रों में राज्य के विशिष्ट रीति-रिवाजों, भाषा और उद्यमशीलता की गुणवत्ता के बारे में भी बताया.

पीएम मोदी ने की उद्यमी महिलाओं की तारीफ

पीएम मोदी ने बीदर जिले में हुलसूर बाजरा उत्पादक कंपनी की सराहना की. उन्होंने कोरोना महामारी के बीचउत्तर कन्नड़ और दक्षिण कन्नड़ जिलों की उद्यमी महिलाओं की भी तारीफ की, जिन्होंने केले के आटे का इस्तेमाल करके डोसा, गुलाब जामुन और अलग-अलग तरह के व्यंजन बनाने का एक अनूठा बिजनेस शुरू किया.

एक एपिसोड में पीएम मोदी ने कर्नाटक के श्रीरंगपटना में प्राचीन वीरभद्र स्वामी शिव मंदिर के स्वच्छता अभियान और परिवर्तन के लिए युवा ब्रिगेड की सराहना की. स्टार्टअप्स के महत्व को बताते हुए पीएम मोदी ने बेंगलुरु के ई-परिसारा पर प्रकाश डाला, जिसने मुद्रित सर्किट बोर्डों से कीमती धातु निकालने के लिए स्वदेशी तकनीक विकसित की. इन कहानियों के जरिए पीएम मोदी ने कर्नाटक के समृद्ध सांस्कृतिक और उद्यमशीलता के परिदृश्य की एक तस्वीर पेश की है.

मन की बात में पीएम मोदी ने कैसे कर्नाटक की कहानियां जनता को सुनाईं-

1. पीएम मोदी ने अलंद भूतई बाजरा एफपीसी जैसी किसान उत्पादक कंपनियों (FPC) की कोशिशों की सराहना की. वह खाखरा, बिस्कुट और लड्डू जैसे लोकप्रिय उत्पादों का उत्पादन करते हैं. पीएम ने बीदर जिले में हुलसूर बाजरा उत्पादक कंपनी की महिलाओं की भी सराहना की, जो बाजरा उगा रही हैं, इससे उनकी आय में वृद्धि हुई है.

2. पीएम मोदी ने बताया कि कर्नाटक में अमृत सरोवर अभियान सक्रिय रूप से चलाया जा रहा है और बागलकोट जिले के बिलकेरूर गांव में एक सुंदर अमृत सरोवर बनाया गया है. इससे न केवल बाढ़ की समस्या का समाधान हुआ है बल्कि पहाड़ों से बहने वाले पानी से होने वाले नुकसान से भी किसानों की जान बची है.

3. पीएम ने अमृता भारती कन्नडार्थी अभियान की भी सराहना की, जिसके तहत राज्य में 75 स्थानों पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ से संबंधित भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए.

4.कर्नाटक में उत्तर कन्नड़ और दक्षिण कन्नड़ जिलों में महिलाओं ने कोरोना महामारी के दौरान केले के आटे से डोसा, गुलाबजामुन और अन्य खाद्य सामग्री बनाने का एक अनूठा बिजनेस शुरू किया. महिलाओं ने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें साझा कीं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को इनके उत्पाद के बारे में पता चला. जिसके बाद मांग में वृद्धि हुई और उनकी आय में वृद्धि हुई.

5. मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने कर्नाटक के श्रीरंगपटना में वीरभद्र स्वामी नाम के एक प्राचीन शिव मंदिर को साफ-सफाई करने और बदलने के लिए युवा ब्रिगेड की सराहना की. इसी तरह पीएम ने अनुदीप और मिनुशा नाम के युवकों का उल्लेख किया, जिन्होंने सोमेश्वर समुद्र तट की सफाई की और दूसरों को प्रेरित किया.

6. बाबासाहेब और रामानुजाचार्य के बारे में बात करते हुए पीएम ने भगवान बसवेश्वर की शिक्षाओं को भी याद किया. पीएम बार-बार ‘श्रमेव जयते’ और डिग्निटी ऑफ लेबर का जिक्र करते हैं.

7. ई-कचरा प्रबंधन और रोजगार सृजन में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करते हुए पीएम ने बेंगलुरु की ई-परिसरा का उल्लेख किया, जो ऐसे ही एक कोशिश में लगी हुई है. इसने मुद्रित सर्किट बोर्डों से कीमती धातुओं को निकालने के लिए स्वदेशी तकनीक विकसित की है.

8. ग्रामीण भारत की कहानियों को लोकप्रिय बनाने की कोशिशों की सराहना करते हुए पीएम ने अमर व्यास और उनके सहयोगियों की ओर से संचालित वेबसाइट ‘गाथास्टोरी.इन’ का उल्लेख किया. अमर व्यास आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए पूरा करने के बाद विदेश चले गए और बाद में लौट आए.

9. पद्म पुरस्कार विजेताओं के प्रेरक कार्यों को साझा करते हुए पीएम ने कर्नाटक के कुछ उदाहरणों का उल्लेख किया. कर्नाटक के सितावा जोदत्ती ने देवदासियों के कल्याण के लिए काम किया. पीएम ने अमाई महालिंगा नाइक (टनल मैन) का जिक्र किया, जो कृषि में नवाचारों के लिए जाने जाते हैं. साथ ही उन्होंने 107 साल की सालूमरदा टिममक्का का भी जिक्र किया, जिनको लोग’वृक्ष माता’ कहते हैं.

10. मन की बात में पीएम मोदी ने पद्मश्री सुलागिट्टी नरसम्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की, जो दूर-दराज के क्षेत्रों में प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं की सहायता करने वाली दाई थीं. समाज सेवा के लिए जीवन खपाने वाले तुमुकुर जिले के डॉ. श्री श्री श्री शिव कुमार स्वामीजी (सिद्धगंगा मठ) को भी उन्होंने याद किया.

11. भारत में स्थानीय खिलौनों की समृद्ध परंपरा रही है. स्थानीय खिलौना उद्योग को प्रोत्साहन देने की अपील के साथ पीएम ने कर्नाटक के रामनगरम में चन्नापटना के खिलौना समूह का भी उल्लेख किया.

12. पीएम ने कर्नाटक की बेटियों की कई प्रेरक कहानियां साझा कीं. कर्नाटक के कोप्पल जिले की मल्लम्मा ने शौचालय के लिए सत्याग्रह किया. बेलगाम के एक किसान की बेटी अक्षय बसवानी कामत ने खेलो इंडिया में वेट लिफ्टिंग में गोल्ड मेडल जीता था.

13. मन की बात के एक एपिसोड में पीएम ने जल संरक्षण के संबंध में अपने काम के लिए मंडावली के अष्टवर्षीय कामेगौड़ाजी की प्रेरक कहानी शेयर की. पीएम ने कहा कि कामेगौड़ाजी न केवल अपने जानवरों को चराने के लिए ले गए बल्कि साथ ही उन्होंने अपने क्षेत्र में नए तालाब बनाने का जिम्मा भी अपने ऊपर ले लिया.

14. पीएम ने लक्ष्मेश्वर की रिदा नदाफ का भी ध्यान रखास जिन्होंने लिखा कि उन्हें एक फौजी की बेटी होने पर गर्व महसूस होता है. इसी तरह उन्होंने कलबुर्गी की इरफ़ाना बेगम के बारे में भी लिखा, जिन्होंने कहा था कि उनका स्कूल उनके गांव से 5 किलोमीटर दूर है.

इन लोगों के संघर्ष का भी पीएम मोदी ने किया जिक्र-

  • बेंगलुरु में रहने वाले सुरेश कुमार- सुरेश कुमार ने शहर में सहकारनगर के एक जंगल का कायाकल्प करने की पहल शुरू की. उन्होंने कन्नड़ भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सहकारनगर में एक बस शेल्टर भी बनाया था.
  • सुरेश और उनकी पत्नी मैथिली सुपारी के रेशों से बने कई अनूठे उत्पादों को लंदन और यूरोप जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में भेज रहे हैं.
  • गडक में रहने वाले क्वेमश्र पिछले 25 सालों से कर्नाटक की कला और संस्कृति को पुनर्जीवित करने के मिशन में लगे हुए हैं. उन्होंने ‘कला चेतना’ के नाम से एक मंच बनाया.