Chief Minister’s Learn-Earn Scheme
माननीय मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का मानना है कि जैसे चिड़िया अपने बच्चों को घोंसले में नहीं रखती, उन्हें उड़ना सिखाती है, ठीक उसी तरह मध्यप्रदेश के शिक्षित युवाओं के हुनर को निखारने और उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान कर प्रदेश के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु शुरू की गई है एक अनोखी पहल, जिसका नाम है मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना। इस योजना में सरकार युवाओं को उच्च स्तरीय औद्योगिक एवं व्यावसायिक संस्थाओं में प्रशिक्षण देकर उनके कौशल में वृद्धि करने के साथ ₹10,000 तक का स्टाइपेंड भी देगी।
योजना का उद्देश्य :
- युवाओं को स्किल्ड बनाकर उन्हें सक्षम और स्वाभिमानी बनाना
- प्रदेश के युवाओं में हुनर को निखार कर उनके लिए रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करना
- प्रदेश की प्रगति में प्रतिभाशाली युवाओं की सकारात्मक भूमिका सुनिश्चित करना
योजना के बारे में :
- योजना के अंतर्गत 18 से 29 वर्ष के 12वीं, आईटीआई, स्नातक, और स्नातकोत्तर उत्तीर्ण युवा योजना के पात्र होंगे
- योजना में पात्र युवाओं को ₹8 हजार से ₹10 हजार तक का स्टाइपेंड मिलेगा
- युवाओं को 703 कार्यक्षेत्रों के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा
- योजना के माध्यम से इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट, मार्केटिंग, सेवा क्षेत्र, होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म और ट्रैवल, अस्पताल, रेलवे, आईटी और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट आदि क्षेत्रों में दिया जाएगा उद्योग-उन्मुख प्रशिक्षण।
- प्रशिक्षण पूर्ण करने के पश्चात संबंधित क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं युवा, साथ ही स्वयं के उद्यम भी कर सकते हैं स्थापित।
योजना में प्रतिमाह मिलने वाला स्टाइपेंड :
- 12वीं उत्तीर्ण को ₹8000
- आईटीआई उत्तीर्ण को ₹8 हजार 500
- डिप्लोमा उत्तीर्ण को ₹9000
- स्नातक उत्तीर्ण या उच्च शैक्षिक योग्यता वालों को ₹10 हजार
योजना में पंजीयन की प्रक्रिया :
- 7 जून 2023 से ट्रेनिंग देने वाले संस्थानों का पंजीयन शुरु होगा
- 15 जून 2023 से युवा कर सकेंगे योजना में पंजीयन
- 15 जुलाई 2023 से शुरु होंगे युवाओं के प्लेसमेंट
- 31 जुलाई से प्रतिष्ठान और मध्यप्रदेश सरकार के बीच होंगे ऑनलाइन अनुबंध
- 1 अगस्त से युवा काम प्रारंभ करेंगे और एक माह पूरा होते ही मध्यप्रदेश सरकार उन्हें पैसा देना शुरु कर देगी
आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की दिशा में एक सामाजिक क्रांति बनेगी मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना।