Budget 2022-23
मिट्टी से कुछ ख्वाब उगाने आया हूं
मैं धरती का गीत सुनाने आया हूं
चार दीये तेरी दहलीज पे हैं रौशन
एक दीया मैं और जलाने आया हूं।।
यह पंक्तियां मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने प्रदेश विधानसभा सदन में वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट पेश करते हुए कही। 4 मार्च, 2022 का दिन हिमाचल प्रदेश के लिए ऐतिहासिक रहा, ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन माननीय मुख्यमंत्री जी ने राज्य के हर वर्ग को लाभान्वित करने हेतु 51,365 करोड़ रुपए का वार्षिक बजट पेश किया।
बजट के प्रमुख बिंदुओं पर एक नजर
- वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 51, 365 करोड़ रुपए का बजट पेश
- 2021-22 में प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 8.3 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान
- निशुल्क एवं सस्ती होगी बिजली
- सामाजिक सुरक्षा में अभूतपूर्व विस्तार
- बाल, महिला कल्याण एवं सशक्तिकरण तथा अन्य वर्गों का कल्याण
- शिक्षा में सुधार एवं छात्रवृत्तियों में बड़ी वृद्धि
- स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण एवं विस्तार
- किसानों-बागवानों की आय में वृद्धि
- रोजगार एवं कर्मचारी, श्रमिक कल्याण, पैरा वर्कर्ज के मानदेय में बेहतर वृद्धि
- औद्योगिक विकास एवं आधारभूत संरचना। डिजीटाइजेशन और प्राकृतिक संसाधन एवं पर्यावरण
इन क्षेत्रों के लिए किया करोड़ों का बजट प्रावधान
- कृषि क्षेत्र के लिए 583 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान
- बागवानी क्षेत्र के लिए 540 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान
- पशुपालन क्षेत्र के लिए 469 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान
- पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास के लिए 1,662 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान
- शहरी विकास के लिए 713 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान
- शिक्षा क्षेत्र के लिए 8,412 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान
- स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 2,752 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान
- जलशक्ति विभाग के लिए 2,772 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान
- लोक निर्माण विभाग के लिए 4,373 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान
वर्ष 2022-23 में शुरू होंगी 10 नई योजनाएं
- मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना
- मुख्यमंत्री असहाय बाल पुनर्वास योजना
- मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना
- श्रेष्ठ शिक्षा गुणवत्ता प्रोत्साहन योजना
- मुख्यमंत्री विद्यार्थी कल्याण योजना
- बाल प्रतिभा छात्रवृत्ति योजना
- मुख्यमंत्री शोध प्रोत्साहन योजना
- कौशल आपके द्वार योजना
- मुख्यमंत्री मोबाइल क्लिनिक योजना
- गवर्नेंस एंड रिफॉर्म्स यूजिंग ड्रोंस (गरुड)
जरुरतमंदों को पेंशन का संबल
- वृद्धावस्था पैंशन के लिए अब आयु सीमा 60 वर्ष होगी
- जो 850 रुपए प्रतिमाह की पैंशन पा रहे हैं, उन्हें अब 1 हजार रुपए प्रतिमाह मिलेंगे
- ऐसे सभी वर्ग जो वर्तमान में 1 हजार रुपए प्रतिमाह की पैंशन पा रहे हैं, को अब 1 हजार 150 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे
- जो वर्तमान में 1500 रुपए प्रतिमाह की पैंशन पा रहे हैं, उन्हें अब 1700 रुपए प्रतिमाह मिलेंगे
- 60 से 65 वर्ष की आयु की महिलाओं को बिना आय सीमा के वृद्धावस्था पैंशन का लाभ मिलेगा
- 60 से 69 वर्ष की आयु के पुरुषों को बिना आय सीमा के वृद्धावस्था पैंशन का लाभ मिलेगा
- 7 लाख 50 हजार से अधिक लाभार्थी सामाजिक सुरक्षा पैंशन का लाभ उठा पाएंग,े जिस पर सरकार द्वारा 1,300 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे
- अटल पैंशन योजना में सरकारी अंशदान को 3,000 रुपए प्रतिवर्ष किया गया। मौजूदा 1 लाख लाभार्थियों की संख्या को 1 लाख 50 हजार तक लाने का लक्ष्य
पूरा ब्लॉग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
बजट भाषण सुनने के लिए यहां क्लिक करें- https://youtu.be/WUuN3sv8Qhs