Modi@8: पीएम मोदी ने अपने पूरे कार्यकाल में केंद्रीय योजना से पर्यावरण संरक्षण को दिया बढ़ावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के काम करने का मंत्र सबका साथ सबका विकास और गरीब कल्याण है. उनके कामकाज का वैज्ञानिक विश्लेषण किया जाए तो प्रत्येक काम में पर्यावरण संरक्षण भी जुड़ा हुआ है. पर्यावरण को लेकर के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस बात को बताया है. पिछले 8 साल के पीएम नरेंद्र मोदी के काम और उनके योजनाओं का अगर बारीकी से अध्ययन किया जाए तो इसमें पर्यावरण संरक्षण जुड़ा हुआ है.
स्वच्छता योजना, नीम कोटेड यूरिया का इस्तेमाल, उज्जवला योजना, पेट्रोलियम में इथेनॉल के प्रयोग की योजना, सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन की योजना, ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देने की योजना, एलईडी बल्ब के प्रयोग को बढ़ावा देने की योजना, वेस्ट टू वेल्थ योजना, नमामि गंगे योजना, मिट्टी संरक्षण और स्वाइन हेल्थ कार्ड योजना नदियों के संरक्षण की योजना, गोवर्धन योजना सहित तमाम योजनाओं में पर्यावरण संरक्षण शामिल है.
इथेनॉल ब्लेंडिंग से पर्यावरण को होगा यह फायदा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में तय सीमा से पहले पेट्रोलियम पदार्थों में 10 फ़ीसदी इथेनॉल मिलाने के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया और इससे कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में 27 लाख टन की कमी आएगी साथ ही साथ लगभग 41,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत होगी. CRSPAI द्वारा पर्यावरण दिवस पर IIT दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए पर्यावरण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि भारत जल्द ही पेट्रोलियम पदार्थों में 20 फ़ीसदी इथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य हासिल कर लेगा. उनका कहना है कि यह जीवाश्म ईंधन से हरित ऊर्जा की ओर बढ़ने की पीएम नरेंद्र मोदी की योजना है.
प्रति व्यक्ति कार्बन का उत्सर्जन भारत में काफी कम
भारत में प्रति व्यक्ति कार्बन का उत्सर्जन दुनिया भर में प्रति व्यक्ति कार्बन पदचिह्न प्रति वर्ष 4 टन से काफी कम है और यह 0.5 टन है. भारत का लक्ष्य आने वाले दिनों में कार्बन फुटप्रिंट को शून्य पर लाना है. इसके साथ ही साथ भारत का 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा का उत्पादन करने का लक्ष्य है. पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2030 तक अपनी ऊर्जा खपत का 50% नवीकरणीय ऊर्जा से प्राप्त करेगा.
13 बड़ी नदियों के संरक्षण का काम शुरू किया
पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मार्च 2022 में देश के 13 बड़ी नदियों के संरक्षण का काम शुरू किया है. नदियों के किनारे पेड़ लगाने का काम शुरू हुआ है इससे 7400 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी. और यह भी पर्यावरण संरक्षण को लेकर के क्रांतिकारी कदम है. इसके साथ ही साथ देश में LED बल्ब के इस्तेमाल से प्रतिवर्ष 40 मिलियन टन कार्बन का उत्सर्जन कम हो रहा है. CRESPAI से जुड़े सुधीर कुमार दास का कहना है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नीतियों का हम बेहतर तरीके से पालन करते रहें तो हम 2070 तक नेट-जीरो लक्ष्य हासिल कर लेंगे.
(यह पहली बार न्यूज 18 में प्रकाशित हुआ था। इसके लेखक विनीत कुमार हैं, वह न्यूज 18 में विशेष संवाददाता हैं।)