आहार एप का लक्ष्य – जन-जन को मिले भोजन

29 Sep 2017

देश और राज्य के कुछ हिस्सों में अब भी लोगों को एक वक़्त के भोजन के लिए जूझना पड़ता है। दूसरी ओर, कुछ वर्गों द्वारा भोजन की बर्बादी चिंता का विषय है। इन आंकड़ों को देखकर आप हैरान रह जाएंगे, कि भारत सरकार की 2016 की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में प्रति वर्ष 67 मिलियन टन भोजन की बर्बादी होती है। यानी भारत में जितना भोजन एक साल में बर्बाद होता है, उतने में इजिप्ट जैसा देश एक साल तक पेट भर खाना खा सकता है…

शादी, समारोह, होटलों एवं घरों में अत्यधिक मात्रा में बचे हुए भोजन को बजाय बर्बाद करने के अगर यह ज़रूरतमंदों तक पहुंचाया जाए तो निश्चित ही समाज की एक बड़ी समस्या पर काबू पाया जा सकता है। ऐसी ही एक पहल है “आहार एप”। यह एक अनूठा प्रयास है.. जहां एक शख्स अन्नदान कर सकता है और एक जरूरतमंद दानदाता से संपर्क कर भोजन प्राप्त कर सकता है।

अन्नम हिताय, अन्नम रक्षाय मंत्र से शुरू हुआ आहार एप…

जरूरतमंदों की मदद करने और अतिरिक्त भोजन को सही व्यक्ति तक पहुंचाने का बीड़ा इंदौर के संभाग आयुक्त श्री संजय दुबे ने उठाया है। इंदौर संभाग में आहार नाम से एक मोबाइल एप द्वारा सेवाएं दी जा रही हैं। इच्छुक व्यक्ति जरूरतमंदों को ताजा भोजन कराने के लिए इस एप का इस्तेमाल कर सकते हैं, साथ ही दुकानदार भी अपनी खाद्य सामग्री एक्सपायरी डेट नजदीक आने पर, छूट देकर इस एप द्वारा बेच सकते हैं। इस नि:शुल्क एप द्वारा भोजन को ज़रूरतमंदों तक पहुंचाया जा सकता है और भोजन और भोज्य सामग्री को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है।

आहार नाम के इस एप्लीकेशन को आप गूगल या एप्पल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं, फिर आपको अपनी प्रोफाइल अपलोड करनी होगी, जिसके बाद एक वेरिफिकेशन मेसेज प्राप्त होगा। वन टाइम पासवर्ड को सबमिट कर इस एप का सफलतापूर्वक उपयोग किया जा सकता है। इस अनोखी पहल द्वारा खाने की बर्बादी पर रोक लगाई जा सकती है, साथ ही किसी जरूरतमंद/भूखे का पेट भरने में मदद मिलेगी।

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