युवा भारत की शक्ति का उपयोग – राष्ट्रीय युवा दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि अर्पित की
आधुनिक भारत की महान विभूतियों में से एक स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन के अवसर पर हर साल 12 जनवरी को बड़े हर्ष और उल्लास के साथ देश भर में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसों के माध्यम से दो महत्वपूर्ण समारोहों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने 22वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव की शुरूआत की तथा कर्नाटक के बेलगावी में आयोजित सर्व धर्म सभा को संबोधित किया।
वर्षों से स्वामी विवेकानंद के दर्शन, शिक्षा और आदर्शों ने कई पीढ़ियों को प्रेरित किया है। इसी दृष्टिकोण के मद्देनजर राष्ट्रीय युवा दिवस पर प्रधानमंत्री के संबोधन के मुख्य अंश:
- युवा वह है जो अतीत को भूल कर अपने भविष्य को सँवारने के लिए निरंतर काम करता है।
- इस शताब्दी को भारतीय सदी बनाने के लिए युवाओं को क्षमता और कौशल प्रदान करना ही देश का लक्ष्य है।
- प्रधानमंत्री ने युवाओं से महात्मा गांधी की 150 वीं वर्षगांठ और आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के मद्देनजर वर्ष 2019 और 2022 के लिए निर्धारित लक्ष्य के बारे में विचार करने का आग्रह किया।
- पश्चिमी दुनिया में भारत के खिलाफ फैले दुष्प्रचार को स्वामी विवेकानंद ने गलत साबित किया और उन्होंने सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज़ उठाई।
- देश का युवा ही है जो स्वच्छ भारत मिशन को नई ऊँचाइयों पर ले जा रहा है।
- सेवाभाव हमारी संस्कृति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि देश भर में कई व्यक्ति और संगठन समाज की निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं।
- प्रधानमंत्री ने देश को खुले में शौच से मुक्त बनाने की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया।
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